महाराष्ट्र : सरकार बनाने का नया फॉर्मूला, जानें किसके हो सकते हैं कितने मंत्री

सूत्रों के मुताबिक अब 16-15-12 के फॉर्मूले पर जोर होगा यानि Shiv Sena-मुख्यमंत्री समेत कुल 16 मंत्री, NCP -15 मंत्री, और Congress-12 मंत्री होंगे




मुंबई. महाराष्ट्र (Maharashtra) में सरकार गठन को लेकर शरद पवार (Sharad Pawar) के निवास पर होने वाली कांग्रेस-एनसीपी (Congress-NCP) की बैठक में सरकार और पार्टी से जुड़े कई अहम पहलुओं पर चर्चा होगी. बैठक में सरकार के फॉर्मूले पर भी चर्चा की जाएगी. सूत्रों के मुताबिक, 16-15-12 के फॉर्मूला पर जोर होगा यानि शिवसेना की तरफ से मुख्यमंत्री समेत कुल 16 मंत्री, एनसीपी की तरफ से 15 मंत्री और कांग्रेस के 12 मंत्री होंगे. महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री समेत कुल 42 लोग मंत्रिपरिषद में शामिल हो सकते हैं.

सीएम और डिप्टी सीएम पर होगी बात
सूत्रों के मुताबिक, एनसीपी चाहती हैं की शिवसेना का सीएम ढाई साल का हो और बाकी वक्त के लिए एनसीपी का सीएम हो. उपमुख्यमंत्री का पद कांग्रेस एनसीपी दोनों या फिर सिर्फ कांग्रेस को मिले. सूत्रों का कहना है कि शिवसेना को सीएम पद ढाई साल साझा करने में कोई आपत्ति नहीं है.

स्पीकर किसका हो, एनसीपी या कांग्रेस

 


बैठक में स्पीकर के पद को लेकर भी स्थिति साफ होगी. स्पीकर का पद कांग्रेस या एनसीपी के पास होगा ये तय है. लेकिन, किसे मिलेगा यह बुधवार को होने वाली बैठक में तय किया जाएगा. स्पीकर का पद कांग्रेस और एनसीपी दोनों पार्टियां चाहती हैं.

छोटे दलों को विश्वास में लेने और भूमिका पर बात
कांग्रेस-एनसीपी की बैठक में छोटे पार्टियों को विश्वास में लेने पर भी चर्चा होगी. छोटी पार्टियों के पास हालांकि संख्या कम है, लेकिन इनकी भूमिका पर भी बात होगी.

भविष्य के चुनावों की रणनीति पर होगी बात
सबसे खास बात यह है कि आज की बैठक में सरकार के फॉर्मूले के अलावा भविष्य में होने वाले स्थानीय निकाय चुनाव, विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव में शिवसेना की गठबंधन की रणनीति क्या होगी इस मसले पर भी चर्चा होगी. कांग्रेस-एनसीपी का गठबंधन पहले से है, ऐसे में शिवसेना के प्रवेश के बाद चुनाव कैसे और किस तालमेल के साथ लड़ा जाएगा. इन तमाम बातों पर चर्चा होगी.

वैचारिक मसलों पर भी होगी चर्चा
कांग्रेस-एनसीपी नेताओं के बीच होने वाली बैठक में शिवसेना के साथ कई मसलों पर कांग्रेस और एनसीपी के वैचारिक मतभेद पर भी चर्चा होगी. बैठक में कांग्रेस और एनसीपी के दिल्ली और महाराष्ट्र से जुडे नेता होंगे, बुधवार की बैठक में शरद पवार नहीं होंगे. बैठक के बाद दोनों पार्टियों के नेता अपनी-अपनी रिपोर्ट सोनिया गांधी और शरद पवार को देंगे.