इमरान खान के मंत्री बोले- कश्मीर मुद्दे को लेकर दुनिया पाकिस्तान पर नहीं भारत पर विश्वास करती है

इमरान खान (Imran Khan) सरकार में गृह मंत्री ब्रिगेडियर (सेवानिवृत्त) एजाज अहमद शाह (Ijaz Ahmed Shah) ने कबूल किया है कि कश्मीर मुद्दे (Kashmir Issue) पर पाकिस्तान (Pakistan) अंतरराष्ट्रीय बिरादरी से समर्थन पाने में नाकाम रहा है.




प्रधानमंत्री इमरान खान ने दावा किया था कि कश्मीर मुद्दे पर 58 देशों ने पाकिस्तान के रुख का समर्थन किया है, इसके बाद शाह की यह टिप्पणी आई है.



 

इस्लामाबाद. इमरान खान (Imran Khan) सरकार में गृह मंत्री ब्रिगेडियर (सेवानिवृत्त) एजाज अहमद शाह (Ijaz Ahmed Shah) ने कबूल किया है कि कश्मीर मुद्दे (Kashmir Issue) पर पाकिस्तान (Pakistan) अंतरराष्ट्रीय बिरादरी से समर्थन पाने में नाकाम रहा है. उन्होंने कहा कि इस्लामाबाद (Islamabad) के प्रयासों के बावजूद दुनिया भारत की बात पर ही विश्वास करती है. उनके इस बयान से पाकिस्तान के लिए शर्मिंदगी वाली स्थिति बन गई है.

गुरुवार को हम समाचार चैनल के साथ साक्षात्कार में शाह ने कहा कि पाकिस्तान में सत्तासीन बड़े लोगों ने देश को बर्बाद कर दिया है. कश्मीर में हालात पर किए गए एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ''हम कहते हैं कि भारत (India) ने कर्फ्यू लगा दिया, वहां दवाइयां नहीं मिल रहीं लेकिन दुनिया हम पर भरोसा ही नहीं कर रही, बल्कि वे तो भारत पर भरोसा कर रहे हैं.''

प्रधानमंत्री इमरान खान ने दावा किया था कि कश्मीर मुद्दे पर 58 देशों ने पाकिस्तान के रुख का समर्थन किया है. इसके बाद शाह की यह टिप्पणी आई है. खान ने 26 अगस्त को राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में कहा था कि वह संयुक्त राष्ट्र महासभा (United Nations General Assembly) समेत सभी अंतरराष्ट्रीय मंचों पर कश्मीर मुद्दे को उठाएंगे.

भारत-पाक के बीच जारी है तनाव

 


जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म करने और संविधान के अनुच्छेद 370 (Article 370) के कुछ प्रावधानों को हटाए जाने के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है. पाकिस्तान ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी थी. भारत ने अंतरराष्ट्रीय बिरादरी को स्पष्ट शब्दों में यह कह दिया है कि अनुच्छेद 370 को खत्म करना उसका आंतरिक मामला है. साथ ही उसने पाकिस्तान को भी यह सलाह दी है कि वह सचाई को स्वीकार कर ले.

आतंकी समूहों के खिलाफ हो रही कार्रवाई
शाह ने यह भी कहा कि पाकिस्तान ने जमात-उद-दावा (Jamat-Ud-Dawa) जैसे प्रतिबंधित संगठनों पर करोड़ों रुपए खर्च कर दिए हैं और अब उन्हें मुख्यधारा में लाना चाहिए. उन्होंने कहा कि इस तरह के समूहों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की जा चुकी है.

शाह ने कहा कि राष्ट्रीय कार्य योजना के तहत ''सभी जिहादियों पर नियंत्रण'' के सरकार के फैसले का ही परिणाम है कि मुंबई आतंकी हमले का मास्टरमाइंड और जमात-उद-दावा का प्रमुख हाफिज सईद (Hafiz Saeed) अदालतों में मुकदमों का सामना कर रहा है.